चंद्रभान साहू (बासनवाही)

कांकेर –प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी दुधावा–बासनवाही मार्ग अब गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। कभी सुगम यात्रा का जरिया रही यह सड़क अब राहगीरों और वाहन चालकों के लिए खतरे का रास्ता बन गई है। जगह-जगह बने गहरे गड्ढों और उखड़ी डामर पर चलते हुए लोगों को रोजाना जान जोखिम में डालनी पड़ रही है।
गड्ढों में तब्दील सड़क, बढ़ा हादसों का खतरा
इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों ग्रामीण स्कूल, अस्पताल और बाजार के लिए आते-जाते हैं। लेकिन सड़क की जर्जर हालत के कारण आए दिन छोटे-बड़े हादसे हो रहे हैं।
ग्रामीण धन्नू भारती, प्रदीप सार्वा, सुकचंद ध्रुव, घासु कश्यप, पवन नेताम जनपद सदस्य, संदीप द्विवेदी और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि “बरसात के समय सड़क पर पानी भर जाने से गड्ढे नजर नहीं आते, जिससे आए दिन बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं।”
घटिया निर्माण सामग्री और रखरखाव की कमी
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान घटिया सामग्री का प्रयोग और निर्माण मानकों की अनदेखी की गई थी। भारी वाहनों के लगातार दबाव और उचित जल निकासी न होने के कारण सड़क की ऊपरी परत पूरी तरह टूट चुकी है।
अब स्थिति यह है कि सड़क पर चलना भी किसी चुनौती से कम नहीं।
प्रशासन की लापरवाही पर ग्रामीणों में रोष
ग्रामीणों ने कई बार संबंधित विभागों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, लेकिन अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनी यह सड़क अब “प्रधानमंत्री गड्ढा योजना” का रूप ले चुकी है — ऐसा कहना है स्थानीय लोगों का।
ग्रामीणों की चेतावनी – मरम्मत नहीं तो आंदोलन
ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने प्रशासन से इस मार्ग को प्राथमिकता में लेकर तत्काल सुधार कार्य शुरू करने की मांग की है, ताकि दुर्घटनाओं पर रोक लगाई जा सके और आमजन को राहत मिल सके।