रिपोर्ट –दीनदयाल साहू दुधावा

दुधावा (सरोना), 11 सितम्बर 2025।
कांकेर जिले के ग्राम दुधावा में गुरुवार को ग्राम विकास समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में गांव के प्रत्येक घर से महिला और पुरुषों की उपस्थिति रही।
बैठक के दौरान ग्रामवासियों ने धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की। समिति ने परंपरागत रीति-रिवाज और सामाजिक सौहार्द्र को बनाए रखने के उद्देश्य से ईसाई समाज से जुड़े पादरी एवं पास्टरों के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया।
ग्राम दुधावा में वर्तमान में लगभग 20 से 25 परिवार ईसाई समुदाय से जुड़े हुए हैं। ग्राम समिति ने इन्हें अपने मूल धर्म और परंपरा में लौटने के लिए 2 अक्टूबर तक का समय दिया है। समिति ने स्पष्ट किया कि यदि इस अवधि में धर्मांतरण से वापसी नहीं की गई तो कठोर निर्णय लिया जाएगा।
बैठक के दौरान ग्राम निवासी सुरेंद्र कुमार निषाद, पिता कृष्ण कुमार निषाद ने ईसाई समुदाय से त्याग कर अपने समाज की मुख्य धारा में वापसी की। ग्रामीणों ने उनका स्वागत चंदन, श्रीफल और वंदन से किया।
ग्राम समिति ने इस निर्णय को सामाजिक सौहार्द्र और सांस्कृतिक परंपरा की रक्षा के लिए आवश्यक बताया।