
छत्तीसगढ़ कैडर के सीनियर आईपीएस (IPS) एडिशनल डीजी गुरजिंदर पाल ससिंह के ठिकानों पर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छापा मारा है. आय से अधिक सम्पत्ति की शिकायत पर एसीबी द्वारा ये कार्रवाई की गई है. गौर करने वाली बात यह है जीपी सिंह खुद एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख रह चुके हैं. वर्तमान एसबीबी प्रमुख आरिफ शेख से पहले उनके पास ये जिम्मेदारी थी. वे अभी पुलिस एकेडमी में पदस्थ हैं. बताया जा रहा है कि लंबे समय से उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद एसीबी की टीम ने आज सुबह कार्रवाई शुरू की।
मिली जानकारी के मुताबिक एसीबी की अलग अलग टीमें उनके ठिकानों पर दबिश दी हैं. एक टीम उनके रायपुर स्थित निवास पर जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि टीम के हाथ महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे हैं. हालांकि इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. देर शाम तक एसीबी द्वारा इस संबंध में जानकारी दी जा सकती है. एसीबी के सूत्रों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति के अलावा भी उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कुछ शिकायतें मिलीं थीं, जिसके बाद ये कार्रवाई शुरू की गई है
प्राथमिक जांच के अन्वेषण के दौरान इस बात के पुख्ता प्रमाण प्राप्त हुए कि ए-डी-जी- जी.पी-सिंह द्वारा अलग अलग स्थानों पर करोड़ों की अनुपातहीन अवैध संपत्ति अर्जित की गई है तथा बड़े लेन देन किये गये हैं] शेल कंपनियों में निवेश करके मनी लांड्रिंग का प्रयास किया गया है] इसके अलावा रायपुर, भिलाई] राजनांदगांव एवं ओड़िशा राज्य में भी विभिन्न क्षेत्रों में बेनामी संपत्तियां अर्जित करने की प्रामाणिक पुष्टि हुई।
प्राथमिक जांच में सामने आये प्रामाणित तथ्यों के आधार पर एफआईआर क्र 22/21, धारा 13(1)बी] 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम यथा संशोधित 2018 के तहत पंजीबद्ध किया गया। इस क्रम में दिनांक 01 जुलाई 2021 को सुबह ए-डी-जी- जी.पी-सिंह से संबंधित रायपुर] राजनांदगांव ओड़िशा के कुल 15 स्थानों पर एसीबी द्वारा छापामार कार्यवाही की गई। छापे की प्रक्रिया अब भी जारी है तथा जिसके दिनांक 2 जुलाई तक चलने की संभावना है। छापों की कार्यवाही के संपन्न होने के बाद विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया जा सकेगा। ए-डी-जी- जी.पी-सिंह के खिलाफ आयकर विभाग द्वारा भी बेनामी एक्ट के तहत पृथक से कार्यवाही की जा रही है। जांच जारी है।
आईपीएस राहुल शर्मा की आत्महत्या से आए थे चर्चा में
बता दें कि साल 2011 में बिहलासपुर के तात्कालीन एसपी आईपीएस राहुल शर्मा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. तब जीपी सिंह बिलासपुर रेंज के आईजी थे. जीपी सिंह के आईजी के पद्भार ग्रहण करने के कुछ समय बाद ही राहुल शर्मा ने आत्महत्या की थी. उस समय इस बात की चर्चा जाेरों पर थी कि जीपी सिंह से राहुल शर्मा का समन्वय नहीं बन रहा था. हालांकि आत्महत्या मामले की जांच में इस बात की पुष्टि नहीं की थी. प्रदेश में साल 2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद जीपी सिंह को एसीबी का मुखिया बनाया गया था.