
रानी दुर्गावती के शहादत दिवस पर गोकुलपुर वार्ड रानी दुर्गावती चौक (लक्ष्मी निवास) के सामने स्थित रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर महापौर विजय देवांगन, सभापति अनुराग मसीह, पार्षद गण एवं एल्डरमैन द्वारा माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
इस दौरान महापौर विजय देवांगन रानी दुर्गावती के जीवनी में प्रकाश डालते हुए कहा कि साहस, पराक्रम, शौर्य एवं नारी शक्ति की प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटिशः नमन। मातृभूमि की स्वाधीनता एवं धर्म की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाली इस वीरांगना की अमर गाथाएं अनंतकाल तक आमजनमानस को गौरवान्वित करती रहेंगी। रानी दुर्गावती का नाम भारत की उन महानतम वीरांगनाओं की सबसे अग्रिम पंक्ति में आता है जिन्होंने मात्रभूमि और अपने आत्मसम्मान की रक्षा हेतु अपने प्राणों का बलिदान दिया।रानी दुर्गावती कालिंजर के राजा कीरत सिंह की पुत्री और गोंड राजा दलपत शाह की पत्नी थीं।इनका राज्य क्षेत्र दूर-दूर तक फैला था। रानी दुर्गावती बहुत ही कुशल शासिका थीं इनके शासन काल में प्रजा बहुत सुखी थी और राज्य की ख्याति दूर-दूर तक फ़ैल चुकी थी।इनके राज्य पर ना केवल अकबर बल्कि मालवा के शासक बाजबहादुर की भी नजर थी।
रानी ने अपने जीवन काल में कई युद्ध लड़े और उनमें विजय भी पाई।
इस अवसर पर एमआईसी मेंबर- राजेश ठाकुर,अवैश हाशमी,केंद्र कुमार पेंदरिया,चोवाराम वर्मा,कमलेश सोनकर,राजेश पांडेय, ज्योति वाल्मीकि,पार्षद दीपक सोनकर, सूरज गहरवाल, सविता कंवर, पूर्णिमा रजक, गीतांजलि महिलांगे, लुकेश्वरी साहू, राही यादव, तोमन कंवर,
एवं आदिवासी समाज के प्रमुख आर एन ध्रुव प्रांताध्यक्ष अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ छत्तीसगढ़, जीवराखन लाल मरई जिला अध्यक्ष, जयपाल सिंह ठाकुर तहसील अध्यक्ष गोंड समाज,एचआर ध्रुव महासचिव,घनश्याम नेताम,श्रीमती नंदा ध्रुव, संतोष ध्रुव, वेद प्रकाश ध्रुव, राजू ध्रुव,शिव कुमार मंडावी एवं
वार्डवासी उपस्थित थे।
