मनीष सेन
धमतरी- अविभाजित मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा कश्मीर पर दिये गये विवादित बयान के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने प्रदर्शन किया।”दिग्विजय सिंह ने कहा था कि यदि कांग्रेस की सरकार केंद्र में आई तो भारतीय जनता पार्टी के सत्तासीन केंद्र की सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370( ख) को फिर से यथावत लागू किया जाएगा”

उक्त बयान का भारतीय जनता युवा मोर्चा की जिला इकाई ने जिलाध्यक्ष विजय मोटवानी की अगुवाई में तीव्र भत्सना करते हुए दिग्विजय सिंह के पोस्टरों पर काला स्याही पोत कर प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया तथा ऐसे कृत्य के लिए देश की जनता से दिग्विजय सिंह को माफी मांगने की मांग की कही। मोटवानी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनसंघ के स्थापना के समय से राष्ट्रवादी विचारधारा को अपनाते हुए अखंड भारत की बात हमेशा करते आई है जिस पर अमल करते हुए देश के प्रधानमंत्री तथा भारत माता के सच्चे सपूत नरेंद्र मोदी ने कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा एवं मां भारती का मुकुट मानते हुए अलग कानून दिए जाने के प्रधान अनुच्छेद 370 (ख)को समाप्त करते हुए यह बता दिया कि अब वह दिन दूर नहीं जब भारत पूर्णता अखंडता के चरम उत्कर्ष को प्राप्त करते हुए परम वैभव की ओर अग्रसर होगा । मोटवानी ने आगे कहा कि देश की स्वतंत्रता के बाद से लंबे समय तक केंद्र की सत्ता में का बीज रही कांग्रेस की सरकार हमेशा देश की विखंडता की बात कर अंग्रेजों के फूट डालो और राज करो की नीति पर चलती रही है और वही बात आज उसके नेता दिग्विजय सिंह फिर से कर रहे हैं जिसका भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक-एक सदस्य मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जय हिंदूजा ने कहा कि राष्ट्र की एकता व अखंडता के लिए नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में अनेक राष्ट्र हितैषी निर्णय ले रहे हैं लेकिन दिग्विजय सिंह जैसे लोग गैर जिम्मेदाराना बयान देकर राष्ट्र भक्तों की भावनाओं को आहत करने का जो प्रयास किया है वह बर्दाश्त योग्य नहीं है। वही युवा मोर्चा के जिला महामंत्री अविनाश दुबे चेतन साहू ने दिग्विजय सिंह को मानसिक दिवालियापन का प्रतीक बताते हुए कहां है कि अपनी मिट्टी व जन्मभूमि के प्रति ऐसी विचारधारा रखने वाले लोग देश के प्रति कभी वफादार नहीं हो सकते इन पर राजद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।उक्त अवसर पर जय हिंदुजा श्वेता गजपाल कैलाश सोनकर गोविंद ढिल्लों पुष्कर यादव देवेश अग्रवाल कुलेश सोनी विनय जैन रिकी गांवनी पवन गजपाल पुष्पेंद्र बाजपाई वीरू साहू कोमल सर्वा नितिन प्रजापति सूरज शर्मा भागवत साहू गोपाल साहू दौलत वाधवानी चिराग सुभाष प्रतीक अमित साहू मनीष आशवानी प्रिंस जैन विक्रम सिंह साकेत शिवम बलराम गुप्ता दीपक लालवानी उपस्थित रहे।