नरहरपुर विकास खण्ड के शामतरा गांव इन दिनों अन्य पंचायतो के लिए मिशाल बन गया है।कोरोना के बढ़ते प्रकोप से कैसे कोरोना मुक्त गांव बनाना है ये शामतरा गांव अच्छा उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।दरसल यहां ग्राम पंचायत एवं ग्राम प्रमुखों ने मिलकर एक फैसला लिया की हमें पूरे गांव का कोरोना जांच कराना है ।पर सभी का जांच कैसे पूरा होगा यह भी सवाल था ।सभी सियानों और गांव सरपंच ने मिलकर फैसला लिया की राशन वितरण के दिन कैम्प लगा जांच करवाया जाय और गांव हित और कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए निर्णय लिया गया की कोरोना जांच कराना है और राशन ले जाना है।इस बीच जो पॉजिटिव पाया जाएगा उनके पूरे परिवार की जांच की जाएगी ,कुछ लोग इसमें सहमत हुए कुछ ने विरोध किया।
*ग्राम पंचायत ने पूरी सहयोग की उठाई जिम्मेदारी*
ग्राम पंचायत के सरपंच रामकिशोर शोरी ने बताया की पंचायत ने जिम्मेदारी ली कि जितने भी लोग पॉजिटिव आएंगे उनके जरूरत का सामान घर पहुंचाकर दिया जाएगा ।लेकिन अभी जो जांच नहीं कराएंगे और बाद में वह पॉजिटिव पाया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी खुद की होगी।गांव हित को देखते हुए सभी ने सहमति दे दी।
*लोगों में दिखा जागरुकता स्वेक्षा से पहुचे कैम्प*
ग्राम के कोटवार विश्राम दास ने बाताया की शुरुवात में कई लोग विरोध कर रहे थे पर धीरे धीरे वे भी जागरूक होते दिखे और खुद ही जांच कराने के लिए पहुँच रहे है।कई लोग अपनी इच्छा से आकर जांच करा रहे है।एक सप्ताह में 200 से ज्यादा परिवारों के 600 से ज्यादा लोगो ने जांच कराई है।जिसमे 124 पॉजिटिव पाए गए है जिनको घर मे ही कोरनटाइन किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग का मिला बेहतर सहयोग —-किया आभार
शुरुवात में गांव में दो तीन लोग पॉजिटिव पाए गए जिसके बाद संक्रमण को देखते हुए पूरे गांव को जांच कराने का निर्णय लिया गया जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सारवंडी का बेहतर सहयोग मिला।ग्राम पटेल राजेश पटेल ,सरपंच राजकिशोर शोरी,ग्राम कोटवार विश्राम दास मानिकपुरी, जोधा राम मरकाम,देवकरण साहू,परमानन्द प्रधान,नरेंद्र कश्यप,रमेश यादव,भावसिंग साहू,मुन्ना मरकाम,सेवक नेताम सहित पूरा गांव मेडिकल टीम के बेहतर सेवा के लिये धन्यवाद प्रेषित किये।
