मनीष सेन नगरी

इस कोरोनो महामारी के चलते सेन नाई समाज बहुत पिछड़ गया है।सरकार ने बहुत सी दुकानों को खोलने की अनुमति दी है।लेकिन नाई दुकान को खोलने की अनुमति नहीं दी है।तहसील नगरी सेन समाज के उपाध्यक्ष मौर्यधवज सेन ने कहा है की महीने भर से दुकाने बंद रहने से समाज के लोगों के सामने गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।समाज के 95 फीसदी लोग का परिवार निर्वहन का जरिया सेलून ही है ।हालत यह है की सेलून दुकान का किराया तक नहीं दे पा रहे है।गांव में पौनी पसारी का काम करने वालो की हालत भी बहुत दयनीय है।लोग कर्ज के बोझ में दबते जा रहे हैं।
उन्होंने नाई दुकानों को खोलने की अनुमति देने या समाज के लोगों को राहत राशि देने की मांग की है।उन्होने कहा की जब भी लाकडाऊन हो नाई समाज के लोगों को सरकार प्रति माह 8000 रूपए दे।जो लोग सेलून दुकान करते हैं उन लोगों को 10000 रूपए दिया जाए ।आज स्थिति बहुत गभीर हो गई है।समाज का यह पुस्तैनी काम है,विकट संकट काल में भी समाज के लोग जरूरत पड़ने पर हर समाज के सुख दुख में जाकर सहयोग कर रहे है।क्यों जन्म से मृत्यु तक हर संस्कार में नाई की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।दुभाग्य है की इसके बाद भी नाई समाज की उपेक्षा की जाती है।